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Showing posts from January, 2021

Hajj latest news 2021

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Hajj latest news 2021 Assalamoaleykum Mai M.Tashhir Sddiqui Zameer Ki Aaawaz Channel par aap ko jannati kese bante hain, jannati kon banrga, jannti ki pehchan, jannati kese hote hain, Hadis ke Sawal Jawab aur Qran aur Hadis ki roshni mein, Allah aur Rasul ki Hmdo Sana hindi urdu mein namaz katariqa tarika isha farz namaz sunnat namaz juma ki namaz aayat ul kursi surah mulk surah rahman surah muzzammil 1 to 6 kalama sharif 6 kalme hindi urdu mein, islamic sawal jawab islami sawal jawab paheliyan moral storeis nabi ke qisse qasasul ambiya hazrat mola ali ke sawal jawab rahmatallil alamin ki baten sahaba karam, ramazan taravih roza ramdan kareem , yasarnal quran, nurani qayda, arbi urdu online sikhyi jati hai bilkul muft taki hum se hamara allah razi hojaye hame saport karen qom ki khidmat me hamra sath den Hajj Ki Taza Khabar2021 | हज की ताजा खतरनाक खबर2021 | Hajj2021News 1. 2021Hajj 2.hajj news 3. hajj ki khabr2021 4. hajj ka tarika

Hadis Mubarak 21

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Rozana hadis ki aawaz   par 21   Assalamoaleykum Mai M.Tashhir Sddiqui Zameer Ki Aaawaz Channel par aap ko Rozana Hadis Ki Aawaz 21 रोज़ाना हदीस की आवाज़ 21 hadis ki aawaz aap ko Rozana Hadis ki Aawaz par Rozana hadis ki aawaz se hadis sharif ki aur hadis e Nabavi tashhir ki aawaz mein hadis rozana sunai jati hai rozana hadis ki aawaz sahi bukhari sharif hadis ibne majja hadis sahi sitta hadis ka hawale ke sath rozana hadis ki aawaz ke zariye hadis ka ilm rozana diya jaega hadis ki aawaz maein ap rozana hadis ki aawaz ek vide o rozana uplod kiya jata hai rozana hadi s ki aawaz par zameer ki aawaz ke zariya rozana hadis ki aawaz se rozana hadis ka ilm rozana diya jata hai ek hadis rozana meri aawaz me rozana hadis sunu hadis ke sawal rozan hadis ke jawab sawal jawab rozana hadis ki aawaz rozana hadis ke kai sawal jawab in zameer ki aawaz per sari malumat di jati hai Please visit over channel Zameer Ki aawaz Rozana Hadis Ki Aawaz 21 | रोज़ाना हदीस की आवाज़ 21 | hadis ki aa

जापान में वायरस का नया स्ट्रेन मिला, ब्राजील से पहुंचा; यह ब्रिटेन और साउथ अफ्रीका में मिले स्ट्रेन से अलग

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अमेरिका और ब्रिटेन में वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है, भारत में भी इसी हफ्ते वैक्सीनेशन शुरू होगा। वहीं, कोरोनावायरस का लगातार स्वरूप (म्यूटेशन) बदल रहा है। अब जापान में वायरस का नया स्वरूप सामने आया है। यह वहां ब्राजील से पहुंचा। यह स्ट्रेन ब्रिटेन और साउथ अफ्रीका में मिले स्ट्रेन से अलग है। जापान सरकार के मुताबिक, चार लोगों में नया स्ट्रेन मिला है, जिनमें 40 साल का एक पुरुष, 30 साल की महिला और 2 किशोर है। इससे पहले जापान में ब्रिटेन और साउथ अफ्रीकी स्ट्रेन के करीब 30 मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच, कोरोनावायरस के दुनिया में 9 करोड़ 06 लाख 88 हजार 733 मामले आ चुके हैं। अब तक 19 लाख 43 हजार 90 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात यह कि 6 करोड़ 48 लाख 11 हजार 380 लोग ठीक भी हो चुके हैं। Download Dainik Bhaskar App to read Latest Hindi News Today जापान में लोग कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कर रहे हैं। टोक्यो में आइसबाथ सेरेमनी में लोगों ने ईश्वर से कोरोना महामारी दूर करने और आत्मा शुद्ध रखने की प्रार्थना की। बर्फीले पानी में खड़े लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे।

सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई; मजबूती से पक्ष रखने के लिए किसानों ने 500 जत्थेबंदियों का डेटा बनाया

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किसान आंदोलन का आज 47वां दिन है। नए कृषि कानून रद्द करने की अर्जियों पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी। किसानों ने रविवार को 500 जत्थेबंदियों का डेटा तैयार किया और वकील प्रशांत भूषण से 3 घंटे चर्चा चली। कोर्ट को बताया जाएगा कि आंदोलन में सिर्फ पंजाब ही नहीं, बल्कि देशभर के किसान संगठन शामिल हैं। नुकसान समेत हर बात कोर्ट को बताएंगे किसान संगठनों नए कानूनों की वजह से होने वाले नुकसान के बारे में कोर्ट को बताएंगे। एक-एक बात बारीकी से बताई जाएगी। यह भी बताएंगे कि किस तरह से उन्हें आंदोलन करने पर मजबूर किया गया। इन तीनों कानूनों के बारे में कैसे मजबूती से पक्ष रखा जाए, इस पर भी कई सीनियर वकीलों से चर्चा हुई। सुप्रीम कोर्ट में अब तक 16 दिसंबर: कोर्ट ने कहा- किसानों के मुद्दे हल नहीं हुए तो यह राष्ट्रीय मुद्दा बनेगा। 6 जनवरी: अदालत ने सरकार से कहा- स्थिति में कोई सुधार नहीं, किसानों की हालत समझते हैं। 7 जनवरी: तब्लीगी जमात मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने चिंता जताई। कहा- किसान आंदोलन के चलते कहीं मरकज जैसे हालात न बन जाएं। हरियाणा में किसानों ने मंच उखाड़ा, CM का कार्यक्रम रद्

जापान में वायरस का नया स्ट्रेन मिला, ब्राजील से पहुंचा; यह ब्रिटेन और साउथ अफ्रीका में मिले स्ट्रेन से अलग

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अमेरिका और ब्रिटेन में वैक्सीनेशन शुरू हो चुका है, भारत में भी इसी हफ्ते वैक्सीनेशन शुरू होगा। वहीं, कोरोनावायरस का लगातार स्वरूप (म्यूटेशन) बदल रहा है। अब जापान में वायरस का नया स्वरूप सामने आया है। यह वहां ब्राजील से पहुंचा। यह स्ट्रेन ब्रिटेन और साउथ अफ्रीका में मिले स्ट्रेन से अलग है। जापान सरकार के मुताबिक, चार लोगों में नया स्ट्रेन मिला है, जिनमें 40 साल का एक पुरुष, 30 साल की महिला और 2 किशोर है। इससे पहले जापान में ब्रिटेन और साउथ अफ्रीकी स्ट्रेन के करीब 30 मामले सामने आ चुके हैं। इस बीच, कोरोनावायरस के दुनिया में 9 करोड़ 06 लाख 88 हजार 733 मामले आ चुके हैं। अब तक 19 लाख 43 हजार 90 लोगों की मौत हो चुकी है। अच्छी बात यह कि 6 करोड़ 48 लाख 11 हजार 380 लोग ठीक भी हो चुके हैं। आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें जापान में लोग कोरोना गाइडलाइन का सख्ती से पालन कर रहे हैं। टोक्यो में आइसबाथ सेरेमनी में लोगों ने ईश्वर से कोरोना महामारी दूर करने और आत्मा शुद्ध रखने की प्रार्थना की। बर्फीले पानी में खड़े लोग मास्क और सोशल डिस्टेंसिंग का पालन करते दिखे।

सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई; मजबूती से पक्ष रखने के लिए किसानों ने 500 जत्थेबंदियों का डेटा बनाया

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किसान आंदोलन का आज 47वां दिन है। नए कृषि कानून रद्द करने की अर्जियों पर सुप्रीम कोर्ट में आज सुनवाई होगी। किसानों ने रविवार को 500 जत्थेबंदियों का डेटा तैयार किया और वकील प्रशांत भूषण से 3 घंटे चर्चा चली। कोर्ट को बताया जाएगा कि आंदोलन में सिर्फ पंजाब ही नहीं, बल्कि देशभर के किसान संगठन शामिल हैं। नुकसान समेत हर बात कोर्ट को बताएंगे किसान संगठनों नए कानूनों की वजह से होने वाले नुकसान के बारे में कोर्ट को बताएंगे। एक-एक बात बारीकी से बताई जाएगी। यह भी बताएंगे कि किस तरह से उन्हें आंदोलन करने पर मजबूर किया गया। इन तीनों कानूनों के बारे में कैसे मजबूती से पक्ष रखा जाए, इस पर भी कई सीनियर वकीलों से चर्चा हुई। सुप्रीम कोर्ट में अब तक 16 दिसंबर: कोर्ट ने कहा- किसानों के मुद्दे हल नहीं हुए तो यह राष्ट्रीय मुद्दा बनेगा। 6 जनवरी: अदालत ने सरकार से कहा- स्थिति में कोई सुधार नहीं, किसानों की हालत समझते हैं। 7 जनवरी: तब्लीगी जमात मामले में सुनवाई के दौरान कोर्ट ने चिंता जताई। कहा- किसान आंदोलन के चलते कहीं मरकज जैसे हालात न बन जाएं। हरियाणा में किसानों ने मंच उखाड़ा, CM का कार्यक्रम रद्

दुनियाभर में व्हाइट​​​​​​​ नॉइज सुनने का ट्रेंड; सुकून देने वाला संगीत तनाव घटाता है, अच्छी नींद लाता है

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वॉशिंगटन में रहने वाली माया मोंटोया के लिए सॉन्ग ऑफ द ईयर रहा व्हाइट नॉइज। खासकर डिजिटल म्यूजिक प्लेटफॉर्म स्पॉटिफाई का सेलिस्टियल व्हाइट नॉइज। ये तीन घंटे का एक शांत म्यूजिक है। 27 वर्षीय मोंटोया कहती हैं कि हाल ही में जब स्पॉटिफाई ने अपने साल का रैप्ड चार्ट जारी किया तो वे चौंक गई। सेलिस्टियल व्हाइट नॉइज उनके चार्ट में शीर्ष पर था। बाद में ऐसे सैकड़ों लोगों ने बताया कि उनके टॉप चार्ट में इस बार व्हाइट नॉइज से जुड़ा म्यूजिक टॉप पर रहा। व्हाइट नॉइज ऐसी शांत ध्वनियां होती हैं जो सोने में मदद करती हैं। स्पॉटिफाई पर इस साल बैकग्राउंड साउंड, शांत म्यूजिक की मांग बढ़ी है। पिछले साल मार्च में जब कोरोना के कारण लोगों की चिंता बढ़ी तो यू-ट्यूब पर नींद से जुड़े साउंड, प्रकृति से जुड़ी ध्वनियां और सोने के समय आदि से जुड़े शब्दों से सबसे अधिक सर्च किए गए। इनकी संख्या ऑल टाइम हाई रही। वहीं दूसरी तरफ चीन में 20 करोड़ लोग रात में संगीत सुनते हैं। एंडेल एप के डाउनलोड में बीते वर्ष अगस्त तक 80% की बढ़ोतरी हो गई। यह एप आर्टिफिशियल इंटेलिजेंस की मदद से ध्वनि बनाता है। ऐसे ही मशहूर एप काम (Calm) की डाउनलोड संख

अमेजन, एपल और गूगल ने ट्रम्प समर्थकों का पसंदीदा ऐप हटाया; हिंसा को बढ़ावा देने का आरोप

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पिछले कुछ माह में सोशल नेटवर्क पार्लर अमेरिका में तेजी से बढ़ने वाला ऐप रहा है। फेसबुक और ट्विटर ने गलत जानकारी देने और हिंसा भड़काने वाले पोस्ट हटाना शुरू किए तो राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प के लाखों समर्थक इस मुफ्त ऐप पर चले गए। लेकिन, शनिवार की रात पार्लर को अचानक अस्तित्व बचाने के लिए संघर्ष करने की नौबत आ गई। अमेजन, एपल और गूगल ने ऐप को अपने स्टोर्स से हटा दिया है। सबसे पहले एपल ने आईफोन और फिर गूगल ने अपने ऐप स्टोर से पार्लर को हटाया। इसके बाद अमेजन ने पार्लर को सूचना दी कि वह उसे अपनी वेब होस्टिंग सर्विस से अलग कर रही है। ऐप पर नियम तोड़ने का आरोप लगाया गया है। अमेजन के फैसले के कारण पार्लर का समूचा प्लेटफार्म जल्द ही ऑफलाइन हो जाएगा। उसे नई होस्टिंग सेवा की तलाश करनी पड़ेगी। पार्लर के प्रमुख अधिकारी जॉन मेट्ज ने एक मैसेज में कहा कि बड़ी टेक कंपनियां प्रतिस्पर्धा खत्म करना चाहती हैं। एक दिन पहले लग रहा था कि टेक्नोलॉजी कंपनियों के खिलाफ ट्रम्प समर्थकों और कट्टरपंथियों के बढ़ते गुस्से से पार्लर को फायदा होगा। ट्रम्प पर ट्विटर की पाबंदी के बाद वह इन लोगों की स्वाभाविक पसंद हो सकता था।

PM किसान सम्मान योजना में बंदरबांट, लद्दाख-सियाचिन में जवानों की जान बचाएगा हिमतापक और 14 जनवरी को कहर ढा सकती है सर्दी

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नमस्कार! हरियाणा में पुलिस ने किसानों पर आंसू गैस और वॉटर कैनन चलाई। सिडनी टेस्ट में लगातार दूसरे दिन मंकीगेट विवाद हुआ। चीन ने भारतीय सेना से अपने सैनिक की रिहाई की मांग की है। बहरहाल शुरू करते हैं न्यूज ब्रीफ। आज इन इवेंट्स पर रहेगी नजर... किसान आंदोलन और कृषि कानूनों से जुड़ी याचिका पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई होगी। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी वैक्सीन डिस्ट्रीब्यूशन को लेकर राज्यों के मुख्यमंत्रियों से वीडियो कॉन्फ्रेंसिंग के जरिए बात करेंगे। बॉम्बे हाईकोर्ट में बृहनमुंबई नगरपालिका (BMC) के नोटिस के खिलाफ एक्टर सोनू सूद की याचिका पर सुनवाई होगी। सेंट्रल बोर्ड और डायरेक्ट टैक्सेस (CBDT) के बोर्ड मेंबर्स के सिलेक्शन के लिए सेक्रेटरीज की बैठक होगी। देश-विदेश किसानों पर आंसू गैस-वॉटर कैनन चलाई किसान आंदोलन का रविवार को 46वां दिन था। दिल्ली की सीमाओं पर बैठे किसान अब भी केंद्र सरकार से दूरी बनाए हुए हैं। इस बीच, हरियाणा के करनाल में उस समय हंगामा हो गया, जब कैमला गांव में किसानों ने मुख्यमंत्री मनोहर लाल खट्टर की रैली का विरोध किया। पुलिस ने किसानों को रोका तो दोनों के बीच झड़प

किसानों के विरोध के चलते हरियाणा के CM की रैली रद्द, अपने ही जिले में बुलाई थी महापंचायत

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आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें Farmers Agitation | Rally | Khattar | Helicopter | Haryana CM's rally canceled due to opposition from farmers

अगर कोई खाने पर बुलाए तो उसकी सोच और नीयत कैसी है, इस बात का ध्यान जरूर रखें

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कहानी - महाभारत में पांडवों का 12 वर्ष का वनवास और 1 वर्ष का अज्ञातवास पूरा हो चुका था। इसके बाद श्रीकृष्ण पांडवों के दूत बनकर हस्तिनापुर पहुंचे और दुर्योधन से कहा कि अब पांडवों को उनका राज्य लौटा दो। लेकिन, दुर्योधन ने कृष्ण की बात नहीं मानी। कृष्ण ने दुर्योधन को कई तरह से समझाने की कोशिश की, लेकिन दुर्योधन पांडवों को एक गांव तक देने के लिए तैयार नहीं था। तब श्रीकृष्ण दरबार से जाने लगे तो दुर्योधन ने उनसे कहा, 'आप हमारे यहां आए तो बिना भोजन किए कैसे जा सकते हैं, मैं आपको मेरे यहां भोजन करने के लिए आमंत्रित करता हूं।' कृष्ण बोले, 'मेरा ये नियम है कि मैं किसी के यहां और किसी के साथ भोजन करते समय दो बातें ध्यान रखता हूं। पहली, मुझे बहुत भूख लगी हो। दूसरी, सामने वाला मुझे बहुत प्रेम से खिला रहा हो। इस समय तुम्हारे साथ ये दोनों बातें नहीं हैं। पहली बात, मुझे अभी भूख नहीं लगी है। दूसरी बात, तुम मेरी सही बात नहीं मान रहे हो। तुम मुझे खाना खिलाना चाहते हो, लेकिन मुझे इसमें प्रेम दिखाई नहीं दे रहा है। जैसा तुम्हारा स्वभाव है, इसमें भी कोई षड़यंत्र हो सकता है।' इसके बाद कृ

बचपन में पिता का एक्सीडेंट हो गया, घर चलाने के लिए अखबार बांटा; आज पांच दुकानों के मालिक

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आज हम आपको अजमेर के भरत ताराचंदानी की कहानी बताने जा रहे हैं। भरत जब छठवीं क्लास में थे, तब उनके पिता का एक्सीडेंट हो गया था और वो बेड रेस्ट पर चले गए थे। तभी से भरत और उनके परिवार का संघर्ष शुरू हो गया था। आज वो पुष्कर में पांच दुकानों के मालिक हैं और टर्नओवर करोड़ों में है। ये सब वो कैसे कर पाए, उन्हीं से जानिए। भरत कहते हैं, 'पिता अकेले कमाने वाले थे और अचानक उनका एक्सीडेंट हो जाने से कमाई बंद हो गई। हम सब भाई-बहन छोटे थे। मां समझ नहीं पा रही थीं कि अब परिवार का भरण-पोषण आखिर होगा कैसे? दिनोंदिन हालात बिगड़ते ही गए। मां ने सिलाई-बुनाई का काम शुरू किया। बड़े भाई ने मेडिकल स्टोर पर जाना शुरू कर दिया। मैं किराने की दुकान पर जाने लगा। सुबह अखबार भी बांटता था। एसटीडी पीसीओ पर काम किया। हम लोग हर छोटा-बड़ा वो काम कर रहे थे, जिससे घर में चार पैसे आ सकें। कुछ सालों तक जिंदगी की गाड़ी ऐसे ही चलती रही।' उन्होंने बताया कि हम सिंधी कम्युनिटी से आते हैं। हमारी कम्युनिटी के लोग या तो बिजनेस करते हैं या पैसा कमाने विदेश जाते हैं। पहले तो ऐसा ही होता था। मेरे बड़े भाई को किसी लिंक के जरिए पश्

लाल बहादुर शास्त्री का ताशकंद में निधन; वो PM जिनकी एक आवाज पर भारतीयों ने एक वक्त का खाना छोड़ दिया

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देश के दूसरे प्रधानमंत्री लाल बहादुर शास्त्री का आज ही के दिन 1966 में उज्बेकिस्तान के ताशकंद में निधन हो गया था। पंडित जवाहर लाल नेहरू के निधन के बाद 9 जून 1964 को शास्त्री प्रधानमंत्री बने थे। शास्त्री ने ही 'जय जवान, जय किसान' का नारा दिया था। वो करीब 18 महीने तक प्रधानमंत्री रहे। उनके नेतृत्व में ही भारत ने 1965 की जंग में पाकिस्तान को शिकस्त दी थी। इसके बाद वो पाकिस्तान के राष्ट्रपति अयूब खान के साथ युद्ध समाप्त करने के समझौते पर हस्ताक्षर करने के लिए ताशकंद गए थे और वहीं उनकी मौत हो गई। अभी तक रहस्य बनी है शास्त्री की मौत लाल बहादुर शास्त्री की मौत का रहस्य आज भी बना हुआ है। 10 जनवरी 1966 को पाकिस्तान के साथ ताशकंद समझौते पर हस्ताक्षर करने के महज 12 घंटे बाद 11 जनवरी को तड़के 1 बजकर 32 मिनट पर उनकी मौत हो गई। बताया जाता है कि शास्त्री मृत्यु से आधे घंटे पहले तक बिल्कुल ठीक थे, लेकिन 15 से 20 मिनट में उनकी तबियत खराब हो गई। इसके बाद डॉक्टरों ने उन्हें एंट्रा-मस्कुलर इंजेक्शन दिया। इंजेक्शन देने के चंद मिनट बाद ही उनकी मौत हो गई। शास्त्री की मौत पर संदेह इसलिए भी किया

चना दाल सब्जी बनाने की आसान रेसिपी, घर आए मेहमानों को भी खूब आएगी पसंद

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आज की ताज़ा ख़बरें पढ़ने के लिए दैनिक भास्कर ऍप डाउनलोड करें Easy recipe for making chana dal sabzi, guests who come home will also like

किसानों के मुद्दे पर सुप्रीम कोर्ट में सुनवाई: क्या मसला सुलझेगा? कोर्ट कानून निरस्त कर सकता है?

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किसान आंदोलन और कृषि कानूनों से जुड़े सभी मामलों की सुनवाई सुप्रीम कोर्ट में आज होगी। दरअसल, किसान आंदोलन से जुड़ी कई याचिकाएं कोर्ट में दायर हुई थीं। कुछ याचिकाओं में आंदोलन को खत्म करने की मांग की गई है, तो कई याचिकाओं में तीनों कानूनों को रद्द करने की। इन्हीं सब याचिकाओं पर अब चीफ जस्टिस एसए बोबड़े, जस्टिस एएस बोपन्ना और जस्टिस वी रामसुब्रमण्यम की बेंच सुनवाई करेगी। इस मामले की आखिरी सुनवाई 17 दिसंबर को हुई थी। सवाल ये है कि क्या सुप्रीम कोर्ट से मसला सुलझ सकता है? आइए एक-एक करके इस मामले को पूरी तरह समझते हैं। सबसे पहले बात खेती से जुड़े उन 3 कानूनों की... 1. फार्मर्स प्रोड्यूस ट्रेड एंड कॉमर्स (प्रमोशन एंड फैसिलिटेशन) एक्टः किसान सरकारी मंडियों (एपीएमसी) से बाहर फसल बेच सकते हैं। ऐसी खरीद-फरोख्त पर टैक्स नहीं लगेगा। 2. फार्मर्स (एम्पॉवरमेंट एंड प्रोटेक्शन) एग्रीमेंट ऑफ प्राइस एश्योरेंस एंड फार्म सर्विस एक्टः किसान कॉन्ट्रैक्ट करके पहले से तय एक दाम पर अपनी फसल बेच सकते हैं। 3. एसेंशियल कमोडिटीज (अमेंडमेंट) एक्टः अनाज, दलहन, तिलहन, खाद्य तेल, आलू और प्याज को आवश्यक वस्तुओ

किसान नेता बोले- हमेें पता है होना कुछ नहीं, पर सरकार को बेनकाब करने के लिए बैठक में जाएंगे

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बीते शुक्रवार किसानों की सरकार के साथ बातचीत एक बार फिर से विफल रही। अब 15 जनवरी को किसान नेता 9वीं बार केंद्रीय मंत्रियों से मिलेंगे। लेकिन इस बैठक को लेकर भी किसान नेताओं में कोई उत्साह नहीं है और करीब सभी किसान नेता ये मान रहे हैं कि अगली बैठक भी बेनतीजा ही रहने वाली है। ऐसे में यह सवाल उठना स्वाभाविक है कि जब किसान नेताओं को इन बैठकों से समाधान की कोई उम्मीद ही नहीं है तो वे बैठक में शामिल ही क्यों हो रहे हैं? किसान नेता जोगिंदर सिंह उग्राहां इस सवाल पर कहते हैं, ‘शहीद भगत सिंह से भी ऐसे ही सवाल पूछे जाते थे कि जब आपको न्यायालय से न्याय मिलने को कोई उम्मीद नहीं है तो आप हर तारीख पर अदालत क्यों जा रहे हैं। तब भगत सिंह का जवाब होता था कि हम अदालत इसलिए जा रहे हैं ताकि पूरे देश की अवाम को अपनी आवाज पहुंचा सके। हम भी इन बैठकों में सिर्फ इसीलिए जा रहे हैं।’ इन बैठकों के बेनतीजा रह जाने के लिए सरकार को जिम्मेदार बताते हुए उग्राहां कहते हैं, ‘बातचीत हमारे कारण नहीं, बल्कि सरकार के कारण विफल हो रही हैं। हमारी मांग तो बहुत सीधी है कि तीनों कानूनों को रद्द किया जाए, उसके बिना हम वापस नही

लगातार घर से काम और पढ़ाई करके आप DEMON के शिकार हो रहे हैं, जानिए ये क्या है और कैसे बचें

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क्या आप लगातार घर से ऑफिस का काम या पढ़ाई कर रहे हैं? यदि हां, तो दो बार सोचिए, क्योंकि आप कोरोना से तो बच सकते हैं, लेकिन कुछ ऐसी बीमारियों की गिरफ्त में आ सकते हैं, जो आपको जिंदगीभर परेशान कर सकती हैं। एक स्टडी के मुताबिक, दुनियाभर में वर्क फ्रॉम होम करने वाले आधे से ज्यादा व्यस्क जॉब और घर के काम में बैलेंस बनाने के चक्कर में एंग्जाइटी की चपेट में आ चुके हैं। एस्टर डीएम हेल्थकेयर की डिप्टी मैनेजिंग डायरेक्टर अलीशा मोपेन ने वर्क फ्रॉम होम करने वाले लोगों से जुड़ी 5 खतरनाक चीजें आइडेंटिफाई की हैं। उन्होंने इसे “DEMON” यानी भूत या पिशाच नाम दिया है। DEMON के सभी 5 वर्ड अलग-अलग खतरे के बारे में बताते हैं। मोपेन के मुताबिक- जो लोग लॉकडाउन या आइसोलेशन के चलते वर्क फ्रॉम होम हैं या स्टडी फ्रॉम होम हैं, उन्हें समय रहते DEMON से छुटकारा पाने का तरीका ढूंढना होगा, नहीं तो ये 5 समस्याएं जिंदगीभर के लिए मुसीबत बन सकती हैं। हमारी जिंदगी लंबी है, इसलिए जरूरत इस बात की है कि हम अपने घरों में दुबके हुए DEMON यानी पिशाच को पहचानें और उससे दूर रहें। आइए जानते हैं DEMON को और उससे छुटकारा पाने के