ट्रम्प ने कहा- प्रेसिडेंशियल डिबेट से पहले या बाद में ड्रग टेस्ट कराएं, मैं भी यह टेस्ट कराने के लिए बिल्कुल तैयार हूं
अमेरिका में राष्ट्रपति चुनाव 2020 के लिए पहली प्रेसिडेंशियल डिबेट मंगलवार 29 सितंबर को होने वाली है। इसके पहले राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक अजीब बयान दिया। ट्रम्प ने कहा- डिबेट से पहले या इसके बाद डेमोक्रेट उम्मीदवार जो बाइडेन को ड्रग टेस्ट कराना चाहिए। मैं भी इसके लिए तैयार हूं। हाल के दिनों में ट्रम्प कई बार बाइडेन की मेंटल हेल्थ को लेकर सवाल उठा चुके हैं।
कुछ दिन पहले आयोवा में उन्होंने कहा था कि दिमागी तौर पर बाइडेन राष्ट्रपति बनने लायक नहीं हैं।
नींद में रहते हैं बाइडेन
रविवार को एक ट्वीट के जरिए ट्रम्प ने फिर बाइडेन की दिमागी हालत पर सवाल खड़े करने की कोशिश की। कहा- मैं मांग करता हूं कि नींद में रहने वाले जो बाइडेन का प्रेसिडेंशियल डिबेट से पहले या बाद में ड्रग टेस्ट कराया जाए। मैं भी यही टेस्ट कराने के लिए तैयार हूं। मंगलवार को होने वाली डिबेट में बहुत कम दर्शक मौजूद रहेंगे। फॉक्स न्यूज के एंकर क्रिस वॉलेस मॉडरेटर होंगे। इसके अलावा कोई पैनालिस्ट नहीं होगा।
दोनों की उम्र में तीन साल का फर्क
ट्रम्प जो बाइडेन की ज्यादा उम्र को लेकर भी सवाल कर चुके हैं। बाइडेन 77 साल के हैं जबकि ट्रम्प की उम्र 74 साल है। ट्रम्प ने बाइडेन की सेहत पर सवाल तो उठाए और तंज भी कसे, लेकिन इसके लिए कभी कोई सबूत नहीं दिए। अगस्त में उन्होंने कहा था- मुझे देखिए, फिर उनको देखिए। फिर हम दोनों को देखकर तुलना कीजिए। सच बात तो ये है कि ट्रम्प ने प्रचार का स्तर गिरा दिया है। बाइडेन के कुछ पुराने वीडियोज से छेड़छाड़ कर उन्हें फॉक्स न्यूज पर चलाया जा रहा है। हालांकि, कुछ रिपब्लिकन भी ये मानते हैं कि इस तरह की हरकतों से ट्रम्प कैम्पेन को कोई फायदा नहीं होने वाला।
दो साल से गलतबयानी कर रहे हैं ट्रम्प
बाइडेन की सेहत पर निशाना साधने की कोशिश ट्रम्प ने चुनाव प्रचार के दौरान शुरू नहीं की। बल्कि 2018 से वे यही कर रहे हैं। लगभग हर इंटरव्यू या भाषण में ट्रम्प ने बाइडेन को ऐसा नेता बताया जो हमेशा नींद में रहता है। उनकी शारीरिक और मानसिक सेहत पर सवालिया निशान लगाए। दरअसल, इन आरोपों के जरिए वोटरों के मन में यह बात बिठाने की कोशिश कर रहे हैं कि बाइडेन सेहत के लिहाज से भी राष्ट्रपति बनने लायक नहीं हैं।
वोटर्स को फैसला करने दीजिए
ट्रम्प के कैम्पेन डायरेक्टर टिम मुर्टाग कहते हैं- इस तरह की बातों से किसी को दिक्कत हो सकती है, लेकिन वोटरों को बाइडेन की बातें सुननी चाहिए, उन्हें देखना चाहिए और फिर फैसला करना चाहिए। खासतौर पर कुछ साल पहले वाले बाइडेन और अब वाले बाइडेन की तुलना जरूर होनी चाहिए।
हाल ही में ट्रम्प ने आरोप लगाया था कि बाइडेन ताकत बढ़ाने वाली दवाइयां (ड्रग्स) लेते हैं। हद तो तब हो गई जब रिपब्लिकन सीनेटर जोए मर्फी ने आरोप लगाया कि बाइडेन डिमेंशिया जैसी गंभीर बीमारी से पीड़ित हैं। हालांकि, ट्रम्प के सलाहकार उन्हें कई महीनों पहले ही आगाह कर चुके हैं कि बाइडेन बहुत लंबी बहस आसानी से कर सकते हैं।
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